विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में कलाकारों का बड़ा सम्मान था। उनके दरबार में संगीतकारों, गीतकारों, कवियों और नर्तकों का तांता लगा रहता था। वो सभी दरबार में अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते थे और इसके बदले उन्हें पुरस्कार दिया जाता था। महाराज किसी भी कलाकार को कोई भी पुरस्कार या धन राशि देने से पहले तेनालीराम से …
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तेनालीराम की कहानी: मौत की सजा!!
एक समय की बात है, बीजापुर नामक देश के सुल्तान इस्माइल आदिलशाह को यह डर सताने लगा था कि राजा कृष्णदेव उस पर हमला करके उसके देश को जीत सकते हैं। सुल्तान ने कई जगह से सुन रखा था कि राजा कृष्णदेव ने अपने साहस और वीरता से कई देशों को जीतकर अपने राज्य में मिला लिया है। इस बारे …
Read More »तेनालीराम की कहानी: हीरों का सच!!
राजा कृष्णदेवराय के दरबार में तेनालीराम नाम के मंत्री थे, जो बड़े ही कुशल और समझदार थे। एक बार महाराज के सामने ऐसा मामला आया कि उनके लिए न्याय करना मुश्किल हो गया। ऐसे में तेनाली राम ने सूझबूझ से काम लिया और राजा की उलझन सुलझाई। हुआ यूं कि एक दिन नामदेव नाम का एक व्यक्ति राजमहल में आया …
Read More »राजा और पुजारी की कहानी!!
बहुत समय पहले जावा नाम का साम्राज्य हुआ करता था। वहां सिदी मान्तरा नामक एक ब्राह्मण रहता था। वह बहुत ज्ञानी था। राजा भी उसके ज्ञान से काफी प्रसन्न रहते थे। इसलिए उन्होंने ब्राह्मण को सारी सुख सुविधाएं दे रखी थी। कुछ समय बाद सिदी मान्तरा ने एक खूबसूरत कन्या के साथ शादी कर ली। विवाह के कुछ समय बाद …
Read More »भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी!!
सालों पहले एक नगर का राजा अपने राज्य में रात को अपना रूप बदलकर घूमता था। वो रूप बदलने के बाद लोगों से मिलकर अपने यानी राजा के बारे में जानने की कोशिश करता और उनकी समस्याओं को समझता था। एक रात जब वह नगर घूमकर आया, तो अचानक जोर से बारिश होने लगी। उसने देर किए बिना एक गरीब …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : शाही हुक्का!!
हाफिज नूरानी, शेखचिल्ली के पुराने मित्र थे। नारनौल कस्बे में उनका अच्छा व्यापार था। लेकिन, उनकी बीवी नहीं थी, वे अपनी बड़ी हवेली में बेटे-बहू के साथ रहते थे। बेटे का ब्याह हुए सात साल बीत गए थे, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी। हाफिज साहब को हमेशा यही फिक्र लगी रहती थी कि खानदान कैसे आगे बढ़ेगा। एक रोज …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : दूसरी नौकरी!!
शेखचिल्ली का काम में मन नहीं लगता था। ऐसे में सही से काम न करने की वजह से शेखचिल्ली के मालिक ने उसे नौकरी से हटा दिया। नौकरी जाने के कारण शेखचिल्ली बहुत दुखी था। अब उसे दूसरी नौकरी चाहिए थी, इसलिए वह दूसरी नौकरी की तलाश करने लगा। नौकरी की तलाश करते-करते एक दिन वह एक सेठ के पास …
Read More »सिंहासन बत्तीसी की दूसरी कहानी – चित्रलेखा पुतली की कथा!!
एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन मक्का और मदीना की यात्रा पर निकलते हैं। तीर्थयात्रा करते हुए जब वह मक्का पहुंचे, तो उन्हें मस्जिद के बाहर एक परेशान पर्यटक घूमता दिखा। उस वक्त पर्यटक की नजर भी मुल्ला पर पड़ी। वह तुरंत मुल्ला नसरुद्दीन के पास पहुंचा और कहने लगा कि आप यही के रहने वाले लगते हैं। क्या आपको इस मस्जिद …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : रेल गाड़ी का सफर!!
शेखचिल्ली काफी चंचल स्वभाव का था। वो किसी भी जगह ज्यादा वक्त तक नहीं टिकता था। ठीक ऐसा ही उसकी नौकरी के साथ भी था। काम पर जाने के कुछ दिनों बाद ही उसे कभी नादानी तो कभी किसी शैतानी और कभी कामचोरी के कारण नौकरी से निकाल दिया जाता था। बार-बार ऐसा होने पर शेख के मन में हुआ …
Read More »मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी: रोटी क्या है!!
एक बार मुल्ला नसरुद्दीन पर मुकदमा चला कि वह राज्य के लिए खतरा बन सकते हैं। उन पर आरोप था कि वह राज्य में घूम-घूमकर धर्मगुरुओं, प्रशासनिक अधिकारियों, नेताओं और दार्शनिकों के बारे में अफवाह फैला रहे हैं कि इनमें ज्ञान की कमी है और ये सभी अज्ञानी हैं। मुकदमे की कार्रवाई के लिए मुल्ला नसरुद्दीन को दरबार में बुलाया …
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