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Panchatantra

सिंहासन बत्तीसी की 31वीं कहानी – कौशल्या पुतली की कथा!!

जब 30 बार असफल रहने के बाद एक बार फिर राजा भोज सिंहासन पर बैठने की कोशिश करते हैं, तो 31वीं पुतली कौशल्या वहां प्रकट होती है। वह राजा भोज से कहती है, “इस सिंहासन पर तुम तभी बैठ सकते हो, जब राजा विक्रमादित्य जैसे गुण तुम में हों।” इसके साथ ही 31वीं पुतली राजा भोज को राजा विक्रमादित्य की …

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राजकुमारी और मटर की कहानी!!

किसी राज्य में एक बहुत ही बलवान राजा का राज चलता था। उसकी रानी भी बहुत सुंदर और समझदार थी। राजा-रानी को एक पुत्र था। दोनों मे अपने पुत्र के पालन-पोषण से लेकर, उसकी शिक्षा-दीक्षा में किसी तरह की कोई कमी नहीं होने दी थी। राजुकमार भी बहुत सुंदर था। उसका व्यवहार विनम्र था और वह हर से एक सुयोग्य …

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मेंढकों की दौड़!!

एक सरोवर में बहुत सारे मेंढक रहते थे। सरोवर के बीचों -बीच दो बहुत पुराने लकड़ी के खम्बे लगे हुए थे, जिस पर मछुआरे अपने जाल लगा देते थे। उसमे से एक खम्भा काफी ऊँचा था और उसकी सतह भी बिलकुल चिकनी थी। एक दिन मेंढकों के दिमाग में आया कि क्यों ना एक रेस करवाई जाए। रेस में भाग …

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हाथी और चिड़िया का झगड़ा!!

साहनपुर जंगल में बहुत सारे हाथी रहने के लिए आये क्योंकि वहां बहुत सारा पानी उपलब्ध था। पहले सिर्फ दस हाथी रहते थे, लेकिन अब उनकी संख्या लगभग पचास पर पहुंच गयी थी। जंगल के नदी किनारे पेड पर एक चिडिया व चिडे का छोटा-सा सुखी परिवार रहता था। चिडिया अंडो पर बैठी नन्हें-नन्हें प्यारे बच्चों के निकलने के सुनहरे …

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हाथी और उसके दोस्त!!

सीमापुर गांव के पास एक बड़ा सा जंगल था। उस गांव में बहुत सारे जंगली जानवर रहते थे। उस जंगल में एक अकेला हाथी रहता था, जिसके साथ कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता था। वह अकेला हाथी दोस्तों की तलाश में जंगल में भटकता रहता था। एक बार हाथी को कुछ खरगोश मिले। “भाई क्या में तुम्हारा दोस्त बन …

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कुत्ता जो विदेश चला गया – पंचतंत्र की कहानी!!

प्राचीन समय में एक गांव में चित्रांग नाम का एक कुत्ता रहता था। एक बार उस गांव में अकाल पड़ गया। अकाल पड़ने के कारण अन्न की बहुत ज्यादा कमी हो गई, जिसके कारण कई कुत्तों के वंश का नाश हो गया। चित्रांग भी इस समस्या के कारण बहुत ही चिंतित रहता था।h जिसके घर में घुसकर चित्रांग ने खाना …

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विक्रम बेताल की बाईसवीं कहानी: चार ब्राह्मण भाइयों की कथा!!

जब राजा विक्रमादित्य ने एक बार फिर बेताल को पकड़ा, तो उसने हर बार की तरह एक नई कहानी शुरू कर दी। बेताल ने कहानी सुनाते हुए राजा विक्रमादित्य से कहा…. कुसुमपुर नाम के एक नगर में एक ब्राह्मण परिवार रहा करता था। ब्राह्मण के परिवार में चार बेटे और उसकी पत्नी थी। ब्राह्मण अपने परिवार के साथ सुखी-सुखी जीवन …

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मुंशी प्रेमचंद की कहानी : धिक्कार!!

बात उस समय की है जब ईरान और यूनान के बीच लड़ाई हो रही थी। ईरानियों का आक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा था और यूनानी कमजोर पड़ रहे थे। आलम ऐसा था कि देश के सारे व्यापार बंद हो चुके थे और सभी युद्ध की तैयारी में जुट गए थे। यहां तक की देश के किसान भी अपने हाथों …

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स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी!!

एक बार की बात है, एक गांव में एक विधवा औरत अपनी दो बेटियों – स्नो व्हाइट और रोज रेड के साथ रहती थी। स्नो व्हाइट बहुत ही शांत और शर्मीली स्वभाव की थी, वहीं रोज रेड बहुत नटखट और शरारती थी। दोनों बेटियां अपनी मां की मदद करती थीं। तीनों की जिंदगी बहुत ही खुशहाल तरीके से बीत रही …

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तीन बकरे भाई ग्रफ्फ की कहानी!!

सालों पहले चंदेरी जंगल में तीन बकरे रहते थे। तीनों भाई थे, जो हमेशा मिलजुलकर घास खाते थे। एक बड़े से मैदान में वो रोज जाते और भरपेट खाकर खुशी-खुशी साथ रहते थे। धीरे-धीरे उस जगह की घास खत्म होने लगी, तो उनमें से सबसे बड़े बकरे ने कहा कि अब हमें यह जगह छोड़नी होगी। यहां खाने के लिए …

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