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Shrimad Bhagwat Geeta Mahatmya Adhyay1

geeta ke 1 adhyay ka mahatmya

एक समय पार्वती जी ने पूछा है महादेव जी किस ज्ञान के बल पर संसार के सब लोग आपको शिव कहकर पूजते हैं। मृगछाला ओढ़े और अपने सभी अंगों में शमशान की विभूति लगाएं, गले में सर्प और नर मुंडों की माला पहने हुए हो। इनमें तो कोई भी पवित्र नहीं, फिर आप किस ज्ञान से पवित्र माने जाते हैं? …

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भगवान जो करता है अच्छे के लिए ही करता है…

एक बार एक रघु नाम का लडका था. उस के माता- पिता नहीं थे. मंदिर में ढोलकी बजा कर जो पैसे मिलते उस से अपना गुजारा करता. एक दिन जिस सेठ ने मंदिर बनवाया था उस की मृत्यु हो गई. और मंदिर का संचालन उसके बेटे के पास आ गया. जो विदेश से पढ़ कर आया था. उसने एक नियम …

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नफा नुकसान नहीं देखना चाहिए

बहुत दिनो से स्कूटी का उपयोग नही होने से, विचार आया #Olx पे बेच दे..कीमत Rs 30000/- डाल दीबहुत आफर आये 15 से 28 हजार तक।एक का 29 का प्रस्ताव आया।उसे भी waiting में रखा।कल सुबह काल आया, उसने कहा-“साहब नमस्कार 🙏 ,आपकी गाडी का add देखा। पसंद भी आयी है। परंतु 30 जमाने का बहुत प्रयत्न किया, 24 ही …

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ये भारी नहीं है, ये मेरा भाई है

जापान में युद्ध के दौरान इस लड़के ने अपने मृत भाई को दफनाने के लिए अपनी पीठ पर लाद लिया। एक सिपाही ने यह देखा और उससे कहा कि तू इस मृत बच्चे को छोड़ दे क्योंकि तू बहुत थका हुआ होगा और आगे बढ़ने में असमर्थ होगा।तो उस लडके ने उत्तर दिया: वह भारी नहीं है, वह मेरा भाई …

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𝐌𝐚𝐧𝐢𝐦𝐚𝐡𝐞𝐬𝐡 | 𝐇𝐢𝐦𝐚𝐜𝐡𝐚l

Manimahesh Lake (also known as Dal Lake) is situated in the Pir Panjal Range of the Himalayas, in the Bharmour subdivision of Chamba district of Himachal Pradesh. Nestled at an elevation of 4,080 meters, it is considered only second in significance to the Lake Mansarovar in Tibet. Manimahesh literally means “Shiva’s jewels”. According to a local legend, on a full …

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जो है उस में खुशियां ढूंढो !!

ये कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जो ऑफिस में काम किया करता था।  ऑफिस के काम के प्रेस्सेर की वजह से बहुत परेशान रहा करता था की इतना सारा काम है बॉस  की डांट  सुने को मिलती है वही जो गुस्सा था ऑफिस का घर आकर के  बच्चों पे निकालता  था  बीवी पे निकलता था घर में झगड़ा करता …

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डॉक्टर अब्दुस सलाम

सन 1979 में पाकिस्तान के भौतिकविद डॉक्टर अब्दुस सलाम ने नोबेल प्राइज़ जीतने के बाद भारत सरकार से रिक्वेस्ट की कि उनके गुरु प्रोफ़ेसर अनिलेंद्र गांगुली को खोजने में उनकी मदद करे। प्रोफ़ेसर अनिलेंद्र गांगुली ने डॉक्टर अब्दुस सलाम को लाहौर के सनातन धर्म कॉलेज में गणित पढ़ाया था। प्रोफ़ेसर अनिलेंद्र गांगुली को खोजने के लिए डॉक्टर अब्दुस सलाम को …

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अनूठे पंडित !!

चंद्रनगर में एक विद्वान् रहा करते थे। वे कहते थे, ‘विद्या से बड़ा धन दूसरा नहीं। विद्यावान की सर्वत्र पूजा होती है।’ पंडितजी के तीन पुत्र थे। तीनों ने कड़ी मेहनत से शास्त्रों का अध्ययन किया बड़ा पुत्र आयुर्वेद का प्रकांड विद्वान् बन गया, जबकि दूसरा धर्मशास्त्रों का और तीसरा नीतिशास्त्र का विद्वान् बना। तीनों ने एक-एक ग्रंथ की रचना …

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“मैं न होता तो क्या होता”

न मैं श्रेष्ठ हूँ, न मैं ख़ास हूँ। मैं तो बस छोटा सा, भगवान के चरणों का दास हूँ॥अतः अपने मन में सदैव यह बात लेकर चलें किसमय और स्थिति कभी भी बदल सकते हैं, अत: कभी किसी का अपमान ना करें, और न ही किसी को तुच्छ समझें।आप शक्तिशाली हो सकते हैं, पर समय आपसे अधिक शक्तिशाली है!🌹 गाय …

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अनूठी सेवा भावना !!

गीता मर्मज्ञ सद्गृहस्थ संत जयदयाल गोयंदका ने आजीवन गीता का प्रचार करने का संकल्प लिया था। इसी उद्देश्य से गीता प्रेस गोरखपुर ) की स्थापना की गई थी। उन्होंने स्वयं भी अनेक धार्मिक ग्रंथों की रचना की । वे प्रायः कहा करते थे, ‘पीड़ितों की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। जिसका हृदय दूसरे के दुःख को देखकर द्रवित नहीं होता, …

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