वीणा वादिनि विमल वाणी दे ,वीणा वादिनि विमल वाणीदे, विद्या दायिनि वन्दन ॥जय विद्या दायिनि वन्दन , अरुण लोक से वरुण लहर तक गुंजारित तव वाणी ॥ब्रह्मा विेष्णु रूद्र इन्द्रदिक, करते सब अभिनन्दन ,जय विद्या दायिनि वन्दन ॥ तेरा भव्य भण्डार भारती, है अद्भुत गतिवारा ,ज्यों खर्चे त्यों बढे निरन्तर, है सबका अवलम्बन ॥जय विद्या दायिनि वन्दन , नत मस्तक …
Read More »wish4me
सुख के सब साधी
सुख के सब साधी, दुःख में न कोई ,मेरे राम, मेरे राम ॥तेरा नाम इक सांचा, दूजा न कोई , जीवन आनी-जानी छाया ॥झूठी माया झूठी काया ,फिर काहे को सारी उमरिया ॥पाप की गठरी ढोए , ना कुछ तेरा जा कुछ मेरा ॥ये जय-जोगी-वाला फेरा ,राजा हो या रंक सभी का ॥अंत एक सा होए , बाहर की तू …
Read More »हे शारदे माँ…
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ,हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ॥अज्ञानता से हमें तारदे माँ , हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ॥हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ,अज्ञानता से हमें तारदे माँ ॥ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ,हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ॥अज्ञानता से हमें तारदे माँ ,हे शारदे माँ, हे शारदे माँ ॥ …
Read More »माँ सरस्वती वरदान दो
माँ सरस्वती वरदान दो ,माँ सरस्वती वरदान दो ॥मुझको नवल उत्थान दो ,यह विश्व ही परिवार हो ॥सब के लिए सम प्यार हो ,आदर्श, लक्ष्य महान हो ॥माँ सरस्वती वरदान दो , मन, बुद्धि, हृदय पवित्र हो ॥मेरा महान चरित्र हो ,विद्या विनय वरदान दो ॥माँ सरस्वती वरदान दो , माँ शारदे हँसासिनी ,वागीश वीणा वादिनी ॥मुझको अगम स्वर ज्ञान …
Read More »ए मालिक तेरे बन्दे हम
ऐ मालिक तेरे बंदे हम , ऐसे हो हमारे करम ॥ नेकी पर चलें और बदी से टलें , ताकि हंसते हुये निकले दम ॥ ऐ मालिक तेरे बंदे हम… जब ज़ुल्मों का हो सामना ॥ तब तू ही हमें थामना , वो बुराई करें हम भलाई भरें ॥ नहीं बदले की हो कामना , बढ़ उठे प्यार का हर …
Read More »तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ,तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥ तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ,तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥ तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे ,कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ॥ तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे ,कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ॥ तुम ही हो नईया, तुम ही खिवईया ,तुम …
Read More »या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥ ॐ सहनाववतु।सह नौ भुनक्तु।सह वीर्यं करवाव है।तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषाव है। असतो मा सदगमय ॥तमसो मा ज्योतिर्गमय ॥मृत्योर्मामृतम् गमय ॥ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
Read More »इतनी शक्ति हमें देगा दाता
इतनी शक्ति हमें देगा दाता मन का विश्वास, कमजोर हो ना हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना। दूर अज्ञान के हों अँधेरे, तू हमें ज्ञान की रौशनी दे। हर बुराई से बचते रहें हम, चोट जितनी बड़ी जिन्दगी दे॥ बैर हो न किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना, हम …
Read More »इतनी शक्ति हमें देगा दाता
इतनी शक्ति हमें देगा दाता [1] या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता [2] तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो [3] ए मालिक तेरे बन्दे हम…[4] माँ सरस्वती वरदान दो…[5] हे शारदे माँ… [6] सुख के सब साथी… [7] वीणा वादिनि विमल वाणी दे… [8] हम को मन की शक्ति देना… [9] माँ शारदे कहाँ तू… [10] दया कर दान भक्ति… [11] …
Read More »अकबर-बीरबल की कहानी: स्वर्ग की यात्रा!!
एक बार की बात है, राजा अकबर अपने दरबार में बैठकर कुछ विचार कर रहे थे। तभी अचानक उन्हें ख्याल आया कि उनकी दाढ़ी और बाल काफी बढ़ गए हैं। इस ख्याल के आते ही उन्होंने अपने एक दरबारी को बुलाकर नाई को फौरन हाजिर होने का संदेश भिजवाया। राजा का संदेश मिलते ही नाई महल पहुंच गया। महल पहुंचकर …
Read More »