Breaking News

एक अर्ज मेरी सुन लो

एक अर्ज मेरी सुन लो दिलदार हे कन्हैया,
कर दो अधम की नैया भवपार हे कन्हैया
एक अर्ज मेरी सुन लो…..

अच्छा हूँ या बुरा हूँ पर दास हूँ तुम्हारा,
जीवन का मेरे तुम पर अब भार है कन्हैया,
तुम हो अधम जनों के उद्धार करने वाले,
मैं हूँ अधमजनों का सरदार हे कन्हैया,
एक अर्ज मेरी सुन लो…..

करुणा निधान करुणा करनी पड़ेगी तुमको,
वरना ये नाम होगा बेकार हे कन्हैया,
ख्वाहिश ये है मुझको बिन्दु रत्न लेकर,
बदले में दे दो अपना कुछ प्यार हे कन्हैया,
एक अर्ज मेरी सुन लो…..

कुछ खास भी नहीं मैं, बस प्यार का हूँ भूखा,
हे मेरे प्राण प्यारे मुझको गले लगा ले,
अरमान मेरे दिल का बस पूरा आप करना,
बुला लो अपने दर पे मुझको भी हे कन्हैया,
एक अर्ज मेरी सुन लो…..

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....