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माँ दुर्गा जी

माँ दुर्गा जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन स्वीकार हो परम आदर्णीय माँ दुर्गा जी को चरण स्पर्श स्वीकार हो भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने बालीं माँ दुर्गा जी की सारे संसार में हरपल जय हो हे रानी माँ दुर्गा जी ,”हे जगत की माता ! आपके अनेक नाम और रूप हैं | आप विश्व की माँ हो | आपकी पूजा पाठ के बिना मनुष्य का कल्याण नहीं हो सकता है | चाहे कैसे भी भज लो , हर नाम और रूप में आप ही आप समायी हुई हो | संसार के लोग आपकी भाँति भाँति से पूजा पाठ किया करते हैं और आगे भी करते रहेंगे | आप जगत की माता हो अतः आप दयालु हो |

आप शक्ति का बहुत बड़ा महासागर हो अतः आप सारे संसार को ऊर्जा प्रदान करती हो | आप हरेक की बिगड़ी बनानेवाली हो | आप किसी के भी भाग्य और संसार को पलभर में बदलने की क्षमता रखती हो तो देर किस वात की माता , मेरी भी बिगड़ी को बना दीजिये ? आज सब कुछ मेरी इच्छाओं के विपरीत हो रहा है जिसके कारण हम बहुत ही लाचार और निराश होते चले जा रहे हैं | साथ तो किसी का मिल न सका जिसके कारण हम बहुत ही ज्यादा टूट चुके हैं | आज समय बहुत तेजी से बदलता चला जा रहा है जिसके फलस्वरूप लोगों के मन और मस्तिष्क भी बहुत तेजी से बदलते चले जा रहे हैं | जय माता दी ||

माँ दुर्गा, हिन्दू धर्म में शक्ति की देवी के रूप में पूजी जाती हैं। वे ब्रह्मांड की आधारशिला हैं और अच्छाई की रक्षक मानी जाती हैं। माँ दुर्गा बुराई पर विजय पाने की प्रतीक हैं और उनकी पूजा भक्ति, न्याय, और शक्ति के प्रतीक के रूप में की जाती है। वे अनेक रूपों में प्रकट होती हैं, प्रत्येक रूप में विभिन्न गुणों और शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती हैं। नवरात्रि उनके सम्मान में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है।

मां दुर्गा का असली नाम क्या था?
शिव के कारण उनका नाम शक्ति हो गया। हालांकि उनका असली नाम दाक्षायनी था। यज्ञ कुंड में कुदकर आत्मदाह करने के कारण भी उन्हें सती कहा जाता है। बाद में उन्हें पार्वती के रूप में जन्म लिया।

दुर्गा देवी किसकी बेटी है?
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती पर्वत राजा हिमवान की पुत्री थीं। इस प्रकार, गिरिजा के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है ‘पहाड़ से हुआ। ‘ मां पार्वती का ही एक रूप देवी दुर्गा है।

दुर्गा माता का इतिहास क्या है?
शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, परम भगवती परब्रह्म बताया गया है। वह अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली, ममतामई, मोक्ष प्रदायनी तथा कल्याणकारी हैं। उनके बारे में मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करतीं हैं।

मां दुर्गा किसकी पत्नी है?
शेरावाली माँ दुर्गा के पति महादेव हैं। दुर्गा माता पार्वती जी ही हैं और उनके पति भगवान शिव हैं। नव दुर्गा रूप देखें तो ये सभी रूप माता पार्वती के हैं, इसका यह अर्थ है कि दुर्गा माता के पति महादेव हैं।

दुर्गा माता के पुत्र कौन है?
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इन्हीं माता पार्वती के दो पुत्र प्रमुख रूप से माने गए हैं एक श्रीगणेश और दूसरे कार्तिकेय। 5. कैटभा : पद्मपुराण के अनुसार देवासुर संग्राम में मधु और कैटभ नाम के दोनों भाई हिरण्याक्ष की ओर थे। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार उमा ने कैटभ को मारा था, जिससे वे ‘कैटभा’ कहलाईं।

क्या दुर्गा और लक्ष्मी एक ही है?
इन ग्रंथों के अनुसार, दुर्गा और महालक्ष्मी, महाकाली और महासरस्वती जैसे रूप और सभी देवताओं से निकली सभी शक्तियां जैसे मातृका और महाविद्या सभी देवी लक्ष्मी के विभिन्न रूप हैं। लक्ष्मी तंत्र में, लक्ष्मी इंद्र से कहती हैं कि दुर्गम नामक असुर को मारने के बाद उन्हें दुर्गा नाम मिला।

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