एक व्यक्ति ने अपने गुरु से पूछा, मेरे कर्मचारी मेरे प्रति ईमानदार नहीं है, मेरी पत्नी मेरे बच्चे और सभी दुनिया के लोग सेल्फिश हैं, कोई भी सही नहीं हैं,
गुरु थोडा मुस्कुराये और उसे एक स्टोरी सुनाई*
एक गाँव में एक अलग सा कमरा था जिसमे 1000 शीशे लगे थे, एक छोटी लड़की उस कमरे में गई और खेलने लगी | उसने देखा 1000 बच्चे उसके साथ खेल रहे है और वो इंजॉय करने लगी | जेसे ही वो अपने हाथ से ताली बजाती सभी बच्चे उसके साथ ताली बजाते , उसने सोचा यह दुनिया की सबसे अच्छी जगह है यहां वह् सबसे ज्यादा खुश रहती है वो यहां बार बार आना चाहेगी |
इसी जगह पर एक उदास आदमी ने विजिट की, उसने अपने चारो तरफ हजारो दुखी और रोष से भरे चेहरे देखे| वह बहुत दुखी हुवा और उसने हाथ उठा कर सभी को धक्का लगाना चाहा.. उसने देखा हजारों हाथ उसे धक्का मार रहे है | उसने कहा यह दुनिया की सबसे खराब जगह है वह् यहां दुबारा नहीं आना चाहता और उसने वो जगह छोड़ दी |
इसी तरह यह दुनिया एक कमरा है जिसमे हजारों मिरर यानी शीशे लगे है जो कुछ भी हमारे अंदर भरा होता है वही यह सोसाइटी हमे लोटा देती है, अपने मन और दिल को बच्चों की तरह साफ़ रखें |
English Translation
A man asked his guru, My employee is not honest towards me, My wife my children and all the people of the world are selfish, no one is perfect,
Guru smiled a little and told him a story.
There was a separate room in a village which had 1000 mirrors, a little girl went to that room and started playing. She saw 1000 children playing with her and she started enjoying. As soon as she clapped her hands, all the children clapped with her, she thought this is the best place in the world, here she is happiest, she would like to come here again and again.
A sad man visited this place, he saw thousands of sad and angry faces all around him. He was very sad and he raised his hand and wanted to push everyone. He saw thousands of hands pushing him. He said that this is the worst place in the world, he does not want to come here again and he left that place.
Similarly, this world is a room with thousands of mirrors, whatever is filled inside us, this society gives us lots, keep your mind and heart clean like children.