Breaking News

दर का भिखारी शम्बू मुझे ठुकराना ना

10दर दा भिखारी शम्बू, मैनू ठुकरावीं ना ।
जग ने रुलाया शम्बू, तू वी रुलावी ना ॥

चाँद ते सितारे तेरी आरती उतारदे,
गांदे ने गीत भोले नित्त तेरे प्यार दे ।
दासां तो उदास होके, दर तों उठावी ना,
जग ने रुलाया शम्बू, तू वि रुलावी ना ॥

धी पुत्त सो सो गलतीयां करदे,
माँ बाप ज़रा वी ना वलवला करदे ।
गलतियाँ मेरिया नु, दिल ते लावी ना,
जग ने रुलाया शम्बू, तू वि रुलावी ना ॥

तेरा दर छोड़ के कहदे दर जावां,
जग है पराया, किसे अपना बनावा ।
सारे दर के छोड़ के मैं तेरा दर मलेआ,
जग ने रुलाया शम्बू, तू वि रुलावी ना ॥

Check Also

vatt-tree

वट वृक्ष की धार्मिक विशेषताएं

हिंदू धर्म में वट वृक्ष को एक पवित्र और पूजनीय पेड़ माना जाता है, जिसे शक्ति, दीर्घायु, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस पेड़ में....