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इको मेरी आस भुजायी वे बंसरी वालेया


इको मेरी आस भुजायी वे बंसरी वालेया
सेहरा मेरे लाल दा तू लायी वे बंसरी वालेया

शगना दा सेहरा बन बन्ना जदो जायेगा
सोहनी जेहिं बन्नो नु नाल लेके आयेगा
बनके बराती तू वी जाई वे बंसरी वालेया
इको……….

ऐना नु तू बन देवी प्रेम वाली डोर विच
प्रेम ऐवे होवे जीवे चन्न ते चकोर विच
प्रीत दोवे घरा दी वडाई वे बंसरी वालेया
इको………

डोली लेके लाल जदो घर विच आयेगा
सारा परिवार मिलके शगन मनायेगा
महरा दा मीह बरसाई वे बंसरी वालेया
इको……..


मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल लागे प्यारो गणो,

मीठी मीठी भजनो से सुबह उठाऊ,
शीतल जल से उसे नेहलाऊ,
धोती पहनाओ रेशम की लाल,
लागे प्यारो गणो,

मोटी मोटी आखियो पे काजल लगाउ,
छोटे छोटे हाथो में कंगन पहनाऊ,
तेरा खूब करू शृंगार,
लागे प्यारो गणो,

माखन मिश्री की खीर बना के,
काजू मेवा से उसको सजा के,
तेरा भोग करू त्यार लागे प्यारो घणो,

सिर पर मोर पंख लहराए,
गुजरी देख देख कर हरषाये,
वो भजाये बंसी कमाल,
लागे प्यारो गणो,

दामिनी लोरी लड्डू को सुनाये,
परमिंदर पलने में जुलाये,
सोजा सोजा मेरे गोपाल लागे प्यारो घणो,

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