बहुत समय पहले, एक बहुत मेहनती आदमी था, जो एक जादूगर के लिए काम करता था। एक दिन जब वह नौकरी छोड़कर अपने देश जाने लगा, तब जादूगर ने उसे एक जादुई छड़ी दी।
वह छड़ी बुरे लोगों को सबक सिखाती थी। जादूगर नहीं चाहता था कि कोई भी उस आदमी की अच्छाई का अनुचित लाभ उठाएं। एक दिन वह आदमी जिस सराय में ठहरा हुआ था, वहाँ डाकुओं ।
ने हमला कर दिया। परन्तु जादुई छड़ी ने उन्हें अच्छा सबक सिखाया। यह देख सराय के दुष्ट मालिक ने उसकी छड़ी चुरानी चाही, तब छड़ी ने उसकी अच्छी पिटाई की। जब वह आदमी अपने देश पहुँचा, उस समय उसके देश पर दुश्मनों का हमला हो रहा था।
उसने तुरन्त छड़ी को दुश्मनों पर हमला करने का आदेश दिया। जादुई छड़ी ने दुश्मनों को पीट-पीट कर भगा दिया। यह देख राजा बहुत खुश हुआ और उसके साथ राजकुमारी का विवाह कर दिया।