जब से मथुरा मे मेरा आना जाना हुआ
सँवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
ऐसा मटकी से माखन चुराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
तीखे नैना सँवारे के करे है मेरे दिल पे जादू टोना
जब से बजाई प्यारी बंसी नाचे है मथुरा का कोना कोना
प्यारी बंसी का जब बजाना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
सांवरी सुरतिया प्यारी प्यारी है देखी मैंने जब से गिरधर की,
चैन चुरा के ले जाती है बाते मीठी मुरली धर की
जब से गोकुल में गईया चराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ………,
श्याम तेरी मुरली पे नाच रहा जग सारा,
राधा नाचे मीरा नाचे भजा के आज इक तारा,
तेरी मुरली की धुन सुन कर भोले शंकर जागे,
भजा के डमरू संग मुरली के छम छम नाचन लागे,
गोरी और गणेश भी नाचे देख के अज़ाब नजारा,
श्याम तेरी मुरली पे नाच रहा जग सारा
धरती नाचे अम्बर नाचे नाचे चाँद सितारे,
लगा रहे परिक्रमा तेरी नाच नाच के सारे,
चरण तेरे धो धो के नाचे यमुना जी की धारा,
श्याम तेरी मुरली पे नाच रहा जग सारा
लक्ष्मी नारायण संग नाचे भरमा और भरमाणी,
मग्न मग्न मग नाच रहे है श्रिस्ति के सब प्राणी,
मन मोहन मुरली ये तेरी ऐसा जादू ये डाला,
श्याम तेरी मुरली पे नाच रहा जग सारा………………