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जय जय जगदीश्वरी माँ

Jai Jai Jagdeshvari Maa


सर्वेश्वरी, जय जय जगदीश्वरी माँ, तेरा ही एक सहारा है
तेरी आंचल की छाहँ छोड़ अब नहीं कहीं निस्तारा है  
सर्वेश्वरी जय जय ------------

मैं अधमाधम, तू अघ हारिणी ! मैं पतित अशुभ, तू शुभ कारिणी 
हें ज्योतिपुंज, तूने मेरे मन का मेटा अंधियारा   है !!
सर्वेश्वरी, जय जय --------------

तेरी ममता पाकर किसने ना अपना  भाग्य सराहा है 
कोई भी खाली नहीं गया जो तेरे दर पर आया है !!
सर्वेश्वरी, जय जय --------------

अति दुर्लभ मानव तन पाकर आये हैं हम इस धरती पर, 
तेरी चौखट  ना छोड़ेंगे ,अपना ये अंतिम द्वारा है !!
सर्वेश्वरी, जय जय ---------

sarveshvaree, jay jay jagadeeshvaree maan, tera hee ek sahaara hai
teree aanchal kee chhaahan chhod ab nahin nistaara hai kaheen
sarveshvaree jay jay ————

main adhamaadham, too agh haarinee! main patit ashubh, too shubh kaarinee
hen jyotipunj, toone mere man ka meta andhiyaara hai !!
sarveshvaree, jay jay ————–

teree mamata paakar kisane na apana bhaagy saraaha hai
koee bhee khaalee nahin gaya jo tere dar par aaya hai !!
sarveshvaree, jay jay ————–

ati durlabh maanav tan paakar aaye hain ham is dharatee par, wish4me

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