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जीती हूँ तुम्हे देख के मरती हूँ


जीती हूँ तुम्हे देख के मरती हूँ तुम्ही पे,
तुम हो जहा साजन मेरी दुनिया है वही पर,

इक तेरे भरोसे पे सब बैठी हु छोड़ के,
उम्र यु ही गुजर जाए तेरे साथ गुजर जाए,

आखियो के जरोको से मैंने देखा जो सँवारे
तुम दूर नजर आये बड़ी दूर नजर आये,
आखियो के जरोको से मैंने देखा जो सँवारे
मन में तुम्ही मुस्काये मन में तुम्ही मुस्काये
आखियो के जरोको से मैंने देखा जो सँवारे

इक मन था मेरे पास में अब खोने लगा है,
पाकर तुम्हे साजन हमे कुछ होने लगा है,
इक तेरे भरोसे पे सब बेठू हु छोड़ के
उम्र यु ही गुजर जाए तेरे पास गुजर जाए,
आखियो के जरोको से मैंने देखा जो सँवारे…………..

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