करवीर व्रत कल, इस विधि से करें सूर्यदेव का पूजन
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को करवीर व्रत किया जाता है। यह व्रत सूर्य उपासना से संबंधित है। यह महिला प्रधान व्रत है। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-
इस व्रत में कनेर के वृक्ष की पूजा का जाती है तथा उसे लाल वस्त्र ओढ़ाकर जल से सींचा जाता है। एक टोकरी में सप्तधान्य (सात प्रकार का अनाज) पर केला, नारंगी, आदि फल रखें तथा
ऊं आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मत्र्यंच हिरण्येन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्
मंत्र का जाप करके उस सामग्री को किसी योग्य ब्राह्मण को दान कर दें। करवीर व्रत के दिन उपवास रखा जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस व्रत को सावित्री, सरस्वती, सत्यभामा, दमयंती आदि ने किया था और शुभ फल प्राप्त किए थे।