किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,
सम्बालो तो सम्बल जाऊ बिगाड़ो तो बिगड़ जाऊ,
खिलौना हु तेरा राधे बनाया आप ने ही है
किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,
किये है पाप बहुते रे इन्हें गिन न हे राधे,
के मुझ पापी को सम्बाला है ये रेहमत आप की ही है,
किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,,,,,
तेरी करुना मेरी राधे व्यान न कर सकु मुख से,
शरण में आ पड़ा तेरी इशारा आप का ही है
किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,,,,,
धाव पर है लगी बाजी न कर वाओ मेरी हांसी,
मेरी इस अटकी नैया को किनारा आप से ही है
किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,,,,,,
तेरे बरसाने में बस ना है माधव दास की ख्वाईश,
तेरी चोकठ पे निकले दम ये ईशा आखिरी ही है
किशोरी अब मेरा जीवन सहारे आप के ही है ,,,,,,,,,,,,,,,