कृष्ण कन्हैया गिरधर श्याम
कितने सुंदर तेरे नाम,
बिन तेरे दर्शन माने न मन,
मुझको न आये आरम,
कृष्ण कन्हैया गिरधर श्याम
मैं मांगू न चांदी सोना
मांगू तेरे हिरदये में कोना
मुझको अपना दास बना ले
तू है मेरा श्याम सलोना
तेरी दया से किरपा से बन जाए सब बिगड़े काम
कृष्ण कन्हैया गिरधर श्याम
यशोदा मैया का तू नन्द लाला
माखन चोर तू मुरली वाला
गोपियों के संग रास रचाए ब्रिज वासी तू नटखट ग्वाला
हे मनमोहन सुन ले निवेदन
ढोलती मेरी नैया थाम
कृष्ण कन्हैया गिरधर श्याम……………