माये नी माये ग्वाले झूठ बड़ा मारदे
मुँह ते मेरे मखन मलके तैनू वाजा मारदे
कच्ची निन्दर उठ सवेरे मधुबन नु जावा
सारा दिन मैं गैया चरावा शाम पई घर आवा
निके निके पैर मेरे कंडे चुबे मारदे
माये नी………..
चोरी मखन करन ग्वाले चोर मैनु बनादे
मुँह ते मेरे मखन मलके आन तैनू सुनादे
पुत्त पराया जान के ते सारे ताने मारदे
माये नी……….
तू माँ मेरी भोली भाली भेद भाव ना जाने
लोका दिया गल्ला सुनके पासे मेरे पन्ने
पुत्त पराया जान के ते सारे छिड़के मारदे
माये नी………..
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
लुट लिया दिल तेरी अदाओं ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
सुगल सलोने नैना तेरे चमके दीपक जैसे
चंदा चमके जैसे चम चम बिंदिया चमके वैसे
राधा री तुझको केश दिए है घटाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
करन फूल दोनों कानो के लेते जब हिचकोले
देव लोक की परियो का दिल डग मग डग मग ढोले,
राधा री इनको चंचलता दी है फिज़ाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
कहे अनाडी पलती कमरिया नागिन सी बल खाए
चाल देख के हंस हंसनी मन अपने शरमाये,
राधा री मोसम बदल दिया है हवाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने…….