मेरे राधा रमण का लटका
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका,
मंद मुस्काये भजावे बंसी
प्यालियाँ भाजे ओ नाचे नटका
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका,
गोले कपोले छपन चित वनीया
बड़ा प्यारा मन मोहना मटका
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका,
बरबस चित चुराए संवारो
रूप मोहनी को कारो शिट का
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका,
श्री गोपाल भट जू को प्यारो
भगतन के हिरदये में अटका
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका,
सखी रंगली पड़ी चरनन में
रूप माधुरी का दिया है झटका
देखो काँधे पे आली पड़ा पटका………