सांवरिया थाणे रंग में रंग दे सा जी थारे भर भर के मारा मैं रंग की पिचकारी,
डपली पर थाणे नाच नचावा जी,
पग घुंगरू बाँध के पाँव सांवरियां गिरधारी,
मन चाही था से घुमर घुमा छा जी
वनवारी भज्वा श्याम मीठी सी बांसुरी
सांवरियां आपा होली तो खेला से,,,,,,,,,,
मुझे मेरी मैया जी का प्यार चाहिये,
आस लगी है माँ के दर्शन की,
प्यासी प्यासी आँखों को दीदार चाहिए,
मुझे मेरी मैया जी का प्यार चाहिये,
तेरे दरबार भुलाले मैया चरणों से अपने लगा ले मैया,
दुनिया से मुझ कुछ लेना नहीं बस मुझे अपना बना ले मियां,
सोना नहीं चांदी नहीं हीरे मोती मुझे बस माँ का दरबार चाहिये,
मुझे मेरी मैया जी का प्यार चाहिये,
ज्योत तेरे नाम की जलाई है आँखों में माँ तू समाई है,
देखु जहां मैं तू ही तू तू जग की महामाई है,
चरणों में तेरे चारो धाम दीखते मुझे नहीं झूठा संसार चाहिये,
मुझे मेरी मैया जी का प्यार चाहिये,
देख ले दुनिया दीवाना ये मतलब की मस्तानी,
मतलब के रिश्ते नाते सच्ची है आंबे रानी,
दुनिया ने बहुत रुलाया है खुशियों की तुझसे बहार चाहिए,
मुझे मेरी मैया जी का प्यार चाहिये,