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श्यामा आजा दिल में समा जा


श्यामा आजा दिल में समा जा, भक्ति की मस्ती में खो जाऊँ मैं…-2

नौ लाख मैं गऊ बंधवाऊ, माखन मिश्री तुम्हे खिलाऊँ….-2
दूध, दही, ग्वाल बाल चाखे, सेवा कमाऊ दिन रात,
श्यामा आजा………..

सुंदर मूरत मोहन तुम्हारी, जिस पर जाए माँ बलिहारी…-2
मन मोहन मन भाए, तोतली जुबाँ लगे प्यारी,
श्यामा आजा…………

बांके हैं नंदलाल और यशोमति, बांके घड़ी जन्मे मुरारी…-2
बांके कन्हैया के बांके भैया, बांके है बृज ग्वाल,
श्यामा आजा…….

मेरे गिरधारी नहीं तुलना तुम्हारी, तुमसे पहले नहीं देखा मुरारी…-2
आजा मेरे पास तेरी, पूजा करूँ दिन रात,
श्यामा आजा………..

हर दम मैं रहूँ मस्तानी, लोक लाज दिनी बिसरानी…-2
रुप रंग अंग अंग समाऊ, मैं गाऊँ खुशी के गीत,
श्यामा आजा………

प्रेम की डोरी बांधी कान्हा से, दुनिया से नाता तोड़ा मैने…-2
हुई बावरी प्रेम बंधन में, मिल गया मन का मीत,
श्यामा आजा……….

अपने चरणों में मुझे बिठा लो, अपना मुझको बना लो…-2
रोम – रोम में मेरे बस जाओ, सुबह शाम जपूँ तेरा नाम,
श्यामा आजा………

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