छोटे चूहे और बड़े हाथी
एक बार किसी समय पर एक गाँव भूकम्प से पूरी तरह तबाह हो गया था। गाँव के सारे मकान नष्ट हो गये थे और गाँव खण्डहर में बदल गया था।
इस प्रकार सभी गांव-वासी गाँव से पलायन करने को मजबूर हो गये और वह रहने के लिए अन्यत्र किसी स्थान को खोजने लगे।
खाली गाँव चूहों का आवास बन गया। जल्दी ही उनकी संख्या सैकडों-हजारों में बढ गयी। गाँव एक झील के किनारे बसा हुआ था।
एक हाथियों का झुण्ड प्रतिदिन झील में पानी पीने के लिए आया करता था। की गाँव अब खण्डहर हो चुका था इसलिए प्रत्येक सुबह हाथी गाँव से होकर ही झील की ओर जाने लगे।
जब हाथी झील की ओर जाते थे तब प्रतिदिन उनके पैरों के नीचे सैकडों चूहे कुचल जाते थे। इससे चूहों को भारी दिक्कत होती थी।
तब चूहों ने इस समस्या का हल खोजने के लिए एक सभा का आयोजन किया। काफी विचार-विमर्श के बाद चूहों के राजा का हाथियों के राजा से मिलकर समस्या को बताने का निश्चय किया गया।
अगले दिन चूहों का राजा स्वयं ही हाथियों के राजा से मिला। चूहों का राजा बोला, ‘श्रीमान् हम उस खण्डहर हो चुके गाँव में रहते हैं और हर बार जब आप यहाँ से होकर गुजरते है तब हाथियों के पैरों के नीचे आकर सैकडों चूहे कुचल जाते हैं।
हमारी आपसे प्रार्थना है कि आप कृपा करके अपना मार्ग बदल दें और हमारे प्राणों की रक्षा करें। बदले में हम आपकी संकट के समय में मदद करने का वचन देते हैं।
हाथियों का राजा जोर-जोर से हँसने लगा। वह बोला, “तुम हमारी क्या मदद करोगे? तुम छोटे चूहे हमारे जैसे विशाल हाथियों की मदद करोगे? खैर इस बात को छोड़ो हम अपना झील के लिए मार्ग बदल लेंगे और तुम लोगों के ऊपर से नहीं गुज़रेंगे।
चूहों के राजा ने हाथियों के राजा को धन्यवाद दिया और सभी को यह शुभ समाचार सुनाया। इस प्रकार चूहे सुरक्षित और शान्तिपूर्वक गाँव में रहने लगे
एक दिन एक शिकारियों के समूह ने बहुत बड़े और मज़बूत जाल में हाथियों का पकड़ लिया। हाथियों ने काफी कोशिश की लेकिन वह स्वयं को उन मजबूत जालों से मुक्त नहीं करा सके।
तब हाथियों के राजा को चूहे के राजा का वचन याद आया, उसने कहा था कि वह संकट की घड़ी में मदद करेगा। उसने पास से गुजर रहे एक हिरन को पुकारा और उससे चूहों के राजा के पास जाकर और उनकी मदद करने को कहा।
जैसे ही चूहों के राजा को संदेश मिला वह अपने पूरे समूह के साथ उन्हें छुडाने आ पहुँचा।
चूहों ने तारों को काट डाला और उसे जाल को ढीला कर दिया। जिससे हाथियों ने जाल को तोड़ डाला और सुरक्षित बच निकले। वे चूहों द्वारा, उनकी समय पर सहायता करने के लिए बहुत आभारी थे।
चूहों ने उनकी सबसे कठिन समय में मदद की थी। तब से वह आपस में घनिष्ठ मित्र बन गये और जरूरत पड़ने पर एक दूसरे की मदद करने लगे।
शिक्षा: कभी-कभी कमजोर दिखने वाला व्यक्ति भी दूसरो’ से ज्यादा ताकतवर सिद्ध होता है।