इस कहानी में एक गरीब ब्राह्मण की कहानी है जो अपनी कन्या का विवाह करने के लिए भगवान् राम के मंदिर में कथा कहने का निर्णय लेता है।............
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श्री राम ने कितने राक्षसों का वध किया था
तारक, सुबाहु ,मारीच, विराधा, खार, दुशासन, ट्रिशीरा, कबंध, कुंभकरण, मकरक्षखर और दुशासन के साथ उसके युद्ध के दौरान 14 हजार राक्षस..............
Read More »रामायण के सभी पात्र और उनका परिचय
रामायण एक ऐसा ग्रन्थ है जो सदियो से मानव का मार्ग दर्शन कर रहा है । उसका हर एक पात्र अपने आप मे एक शिक्षा देता है | आपन उन किरदार के बारें में कितना ज्ञान रखते है | आपको सभी किरदार के बारें में बताते है, अगर कोई किरदार का नाम यहां पर नहीं है कृपा करके हमें बताये, हम उनका नाम और जानकारी भी दाल देंगे.
Read More »रावण से बदला क्यों लेना चाहती थी शूर्पणखा
शूर्पणखा के पति का नाम विद्धुत जिह्वा था और वो राजा कालकेय का सेनापति था। कालकेय के साथ हुए युद्ध में रावण ने विद्धुत जिह्वा को मार डाला था
Read More »रामायण की कहानी: लक्ष्मण जी नहीं सोए 14 साल!!
रामचंद्र जी को जब उनके पिता दशरथ राजपाट सौंपने वाले थे, तभी उनकी दूसरी पत्नी कैकेयी को उनकी दासी मथंरा ने खूब भड़काया। मंथरा ने कहा कि राजा तो आपके बेटे भरत को बनना चाहिए। इसके बाद कैकेयी ने राजा दशरथ से दो वर मांगे, पहला भरत को गद्दी मिलनी चाहिए और दूसरा राम को 14 वर्ष तक वन में …
Read More »रामायण की कहानी: कुंभकरण की नींद!!
रामायण में रावण के भाई कुम्भकरण की भूमिका भी अद्भुत है। वो अपने विशाल शरीर और अपनी भूख से ज्यादा अपनी गहरी नींद के लिए जाना जाता था। माना जाता है कि राक्षस वंश का होने के बावजूद कुम्भकरण बुद्धिमान और बहादुर था। उसकी ताकत से देवराज इंद्र भी ईर्ष्या करते थे। एक बार रावण, कुम्भकरण और विभीषण एक साथ …
Read More »राम-नामी जनजाति.
ये है राम-नामी जनजाति…..जंगल में रहने वाले ये लोग अपने लगभग पूरे शरीर पर भगवान राम का नाम गुदवाते हैं, वो भी स्थायी रूप से।कहते हैं जब बाबर ने राम मन्दिर तोडा तो इस समुदाय के पूर्वजो ने कहा राम मन्दिर हमसे छीन लिया किन्तु राम को कैसे छीन पाओगे । तब इनके पूर्वजों ने कहा था कि राम को …
Read More »श्री राम जपो रघुवंश मणि
श्री राम जपो रघुवंश मणि, मिट जाए तीनो ताप काल काँपे, जम थरथरे, ऐसा है नाम प्रताप| भज राम सिया मूरख जिया,
Read More »माता सीता के स्वयंवर की कथा
सीता के स्वयंवर की कथा वाल्मीकि रामायण और रामचरित मानस के बालकांड सहित सभी रामकथाओं में मिलती है। वाल्मीकि रामायण में जनक द्वारा सीता के लिए वीर्य शुल्क का संबोधन मिलता है। जिसका अर्थ है राजा जनक ने यह निश्चय किया था कि जो व्यक्ति अपने पराक्रम के प्रदर्शन रूपी शुल्क को देने में समर्थ होगा, वही सीता से …
Read More »दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना
दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना, दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना, जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैने समझ ली है, जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैने समझ ली है, रावण मारे ना श्री राम के बिना, लंका …
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