तुम्हे छोड़ के कहा मैं जाऊ धोखे बाज जमाना हैश्याम धनि मुझे शरण में लेलो ना कोई और ठिकाना है, तू रमा मेरी धड़कन में तू वसा मेरी सांसो मेंमन मोहनी तेरी सूरत है वसी हुई आँखों मेंरहकर तुम से दूर अलग तो जीते जी मर जाना है,श्याम धनि मुझे शरण में लेलो ना कोई और ठिकाना है, मैं सारी …
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