आ श्याम शरण में प्यारे, आ श्याम शरण में प्यारेफसा क्यूँ दुनिया की, फसा क्यूँ दुनिया की उलझन में झूठी ये दुनियादारी मतलब की है सब यारीयहाँ सब धोखे है जीवन में मेरे श्याम का सच्चा द्वारा, हारे का बने सहारातेरे दुख दर्द मिटे, तेरे दुख दर्द मिटे एक छण में मेरे श्याम से क्या शर्माना, सब दिल का हाल …
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