पिता के लाख समझाने पर भी रंजन समझने को तैयार नहीं था ।’ बेटा! प्रद्युम्न ईमानदार है ,वह तुम्हारा पाई -पाई चूका देगा। मैं उसे बचपन से जानता हूं।’लड़की की शादी के बाद हाथ तंग हो हीं जाता है। इतना तैश में आकर चाचा का इज्ज़त लेना ठीक नहीं है। आखिरकार वह तुम्हारा अपना चाचा है। कोई ग़ैर नहीं। शालू …
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एक और कहानी
लस्सी का ऑर्डर देकर हम सब आराम से बैठकर एक दूसरे की खिंचाई मे लगे ही थे कि एक लगभग 70-75 साल की माताजी कुछ पैसे मांगते हुए मेरे सामने हाथ फैलाकर खड़ी हो गईं उनकी कमर झुकी हुई थी चेहरे की झुर्रियों मे भूख तैर रही थी आंखें भीतर को धंसी हुई किन्तु सजल थीं उनको देखकर मन मे …
Read More »मेरी आँखें नीचे झुक जाती हैं
रहीम एक बहुत बड़े दानवीर थे। उनकी ये एक खास बात थी कि जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे। ये बात सभी को अजीब लगती थी कि ये रहीम कैसे दानवीर हैं। ये दान भी देते हैं और इन्हें शर्म भी आती है। ये बात जब तुलसीदासजी तक पहुँची तो …
Read More »जय माता की कहिए
जै माता की कहिये तेरे लगते नही रुपये मईया जी ने आँखे दी है, इतनी प्यारी आँखे दी है दर्शन करते रहिए तेरे लगते नहीं रुपये जै माता की कहिये तेरे लगते नही रुपये मईया जी ने जीह्वा दी है, इतनी प्यारी जीह्वा दी है महिमा गाते रहिए तेरे लगते नहीं रुपये जै माता की कहिये तेरे लगते नही रुपये …
Read More »चिड़िया का घोंसला
सर्दियाँ आने को थीं और चिंकी चिड़िया का घोंसला पुराना हो चुका था। उसने सोचा चलो एक नया घोंसला बनाते हैं ताकि ठण्ड के दिनों में कोई दिक्कत न हो। अगली सुबह वो उठी और पास के एक खेत से चुन-चुन कर तिनके लाने लगी। सुबह से शाम तक वो इसी काम में लगी और अंततः एक शानदार घोंसला तैयार …
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