आज हमारी शादी की आठवीं सालगिरह थी मेरे पति आकाश ने इस अवसर पर परिवार के लोगों को हमारी खुशी में शामिल होने के लिए घर पर आमंत्रित किया था । शाम ढलते ही मेहमान घर पर आने लगें,हम दोनों बहुत खुश थें, पर इस खुशी के अवसर पर मेरा मन उदास सा था,क्योंकि शादी के आठ साल बाद भी …
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जीवन की डोर
रमेश क्लास 8 का स्टूडेंट था। वह जब क्लास में होता तब बाहर खेलने के बारे में सोचता और जब खेलने का मौका मिलता तो वो कहीं घूमने के बारे में सोचता…इस तरह वह कभी भी प्रेजेंट मोमेंट को एन्जॉय नहीं करता बल्कि कुछ न कुछ आगे का सोचा करता। उसके घर वाले और दोस्त भी उसकी इस आदत से परेशान थे। …
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