आरती युगल किशोर की कीजैतन मन धन न्योछावर कीजै॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजैहरि का स्वरूप नयन भरि पीजै॥तन मन धन न्योछावर कीजै…. रवि शशि कोटि बदन की शोभाताहि निरखि मेरो मन लोभा॥तन मन धन न्योछावर कीजै…… ओढ़े नील पीत पट सारीकुंजबिहारी गिरिवरधारी॥तन मन धन न्योछावर कीजै….. फूलन सेजी फूल की मालारत्न सिंहासन बैठे नंदलाला॥तन मन धन न्योछावर कीजै….. कंचन थार …
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