एह दो जहान के मालिक मेरी खता बता देचरणों से दूर कान्हा तूने क्यों किया बता देएह दो जहान के मालिक मेरी खता बता दे जीने को जी रहा हुलेकिन मजा नही हैतुमसे जो दूरिया है क्या ये सजा नही हैमुझे थाम ले दयालु ये फांसले मिटा देएह दो जहान के मालिक मेरी खता बता दे दुनिया की दोलतो की …
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