कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे तेरी मुरली की धुन जो बजती है,सारी गोपियों को प्यारी लगती है ।कैसा जादू भरा इन तानों मे,कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे ॥ तेरी जमुना की निर्मल धारा है,सभी पापियों को इस ने तारा है ।कैसा जादू भरा इन लेहरो मे,कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे ॥ …
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