कान्हा मेरे मोहन मेरे राधा तेरी रोती हैदिन रात न सोती है, तुम गए मथुरा जब से तेरी याद सताती है,और तेरे बिन मोहन मुझे नींद न आती हैचाहत नही जाती है दिन रात न सोती हैकान्हा मेरे मोहन मेरे राधा तेरी रोती हैदिन रात न सोती है, तुम परसों की केह गए बीती तुम्हे है बरसो क्यों भूल गए …
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