तुम्हारे बिन ज़माने में,नहीं कोई हमारा है,हमें तुम पर भरोसा है,तुम्हारा ही सहारा है,तुम्हारे बिन जमाने में,नहीं कोई हमारा है॥ लिखी तक़दीर फुरसत में,ग़मों पे गम ही लिख डाले,रही ना याद ख़ुशियों की,तभी तो गम थे लिख डाले,बड़ी उम्मीद से तुमको,श्याम हमने पुकारा है ,हमें तुम पर भरोसा है,हमें तुम पर भरोसा है,तुम्हारा ही सहारा है,तुम्हारे बिन जमाने में,नहीं कोई …
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