तेरे काले काले नैन मतवाले,ओ मुरली वाले चुराके मेरा चैन ले गए मीठी बातो से मुझको रिजायेरे मखन लगायेके तेरी कोई पेश न चले झूठी तुम्हे लगती है क्यों बाते हमारीमन में वसी है कान्हा छवि बस तुम्हारीराधा तेरी बातो में न मैं आने वाला,तुम ही चिडाती हो कह कर के कालाकाले काले रंग ने किया है कैसा जादूबेहक न …
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