नैनन मे पिचकारी दई, मोहे गारी दई, होरी खेली ना जाय।खेली ना जाय, होरी खेली ना जाय ॥नैनन मे पिचकारी दई, मोहे गारी दई……. क्यों रे लंगर लंगराई मोते कीनी।केसर कीच कपोलन दीनी।लिए गुलाल वो तो ठाड़ो मुस्काये।वो तो ठाड़ो मुस्काये।होरी खेली ना जाय।नैनन मे पिचकारी दई, मोहे गारी दई, होरी खेली ना जाय। नैक न कान करत काहू की।नजर …
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