मेरी सोतन बन गई रे बांसुरी तेरी बांसुरी तेरी,अगर तुम न सुनोगे श्याम कौन सुनेगा विनती मेरीमेरी सोतन बन गई रे बांसुरी तेरी बांसुरी तेरी,वैरन को होठो से लगाये फिरते हो तुम गईया चराए,बन नाग सी लग गई रे बांसुरी तेरी बांसुरी तेरी, मुझ संग तुम न हस कर बोलोमुरली वजावत नैन न खोलो,मेरी पीछे ही पड़ गई रेबांसुरी तेरी …
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