है भगवान तेरी माया का भेद समझ नही आयाधरति ओर आकाश बीच मे खम्बा ना दर साया| पल मे रचदे पुश की टपलि पल मे महल चिनायापल मे रचदे किला गढ़ सुन्दर सिर पर छतर फिराया*है भगवान तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, चात्रक नार पुत्र बिन तरसे एक पुत्र नही जायाफूड़ नार सुत नित्का जन्मे जन जन खोदि काया*है भगवान तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,, , , पल …
Read More »