श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है तू ही मेरी नाव का मांझी तू ही पतवार है तू ही मेरी नाव का मांझी तू ही पतवार है श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है हो अगर अच्छा माझी नाव पार हो जाती किसी की बीच भवर मई फिर न दरकार होती हो अगर …
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फ़क़ीर का उपदेश
एक बार गाँव में एक बूढ़ा फ़क़ीर आया । उसने गाँव के बाहर अपना आसन जमाया । वह बड़ा होशियार फ़क़ीर था । वह लोगों को बहुत सी अच्छी-अच्छी बातें बतलाता था । थोड़े ही दिनों में वह मशहूर हो गया । सभी लोग उसके पास कुछ न कुछ पूछने को पहुँचते थे । वह सबको अच्छी सीख देता था …
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