हे माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ मात अंग चोला साजे, हर रंग चोला साजे मात की महिमा देखो, ज्योत दिन रैना जागे तू ओढे लाल चुनरिया, गहनो से करे श्रृंगार शेरो पर करे सवारी, तू शक्ति का अवतार तेरे तेज बहरे दो नैना, तेरे अधरों पर मुस्कान तेरे द्वारे शीश झुकाये क्या निर्धन क्या बलवान तेरे ही …
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आज की इस दुनीयाँ मे कितना फैला है भ्रष्टाचार
आज की इस दुनीयाँ मे कितना फैला है भ्रष्टाचार ये केसा कलयुग आया है मानव ही मानव पर देखो कर रहा प्रहार ये केसा कलयुग आया है आज की इस दुनिया मे ————————— 1 जिन, भुल गये है आज उन्हिको उनके ऐहसानो के बदले, मार रहे है धक्के उनको उन्हिके घर से उनको ही, कर रहे बेघर, ये केसा …
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