भाजे रे संख और नगाड़े यशोदा के घर लला पधारे,लला पधारे प्यारे कान्हा पधारे,भाजे रे संख और नगाड़े यशोदा के घर लला पधारे, भादों की अष्टमी रात अंधियारीप्रगटे है कान्हा मैं जाऊ बलिहारीघर घर में थाल भजा रे यशोदा के घर लला पधारे, प्रभु ने ले अवतार लीला रचाईसारी ब्रिज नगरी में बट ती वधाई,जागे है जागे है भाग्य हमारेयशोदा …
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