तारक, सुबाहु ,मारीच, विराधा, खार, दुशासन, ट्रिशीरा, कबंध, कुंभकरण, मकरक्षखर और दुशासन के साथ उसके युद्ध के दौरान 14 हजार राक्षस..............
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कृष्ण, बलराम और राक्षस
जय श्री कृष्णा आज हम आपके सामने एक बार फिर कृष्ण और बलराम की एक ऐसी लीला लेकर आये हैं जिससे हमें यह सीखने को मिलता है की हमें अपने जीवन में हर समस्या का कैसे सामना करना चाहिए एक दिन कृष्ण और बलराम घूमते , घूमते घने जंगल की ओर चले गए …। बलराम बोले, “ पर इस घने …
Read More »दक्षिणा क्यों है महत्त्वपूर्ण
दक्षिणा प्रदान करने वालों के ही आकाश में तारागण के रूप में दिव्य चमकीले चित्र हैं, दक्षिणा देने वाले ही भूलोक में सूर्य की भांति चमकते हैं, दक्षिणा देने वालों को अमरत्व प्राप्त होता है और दक्षिणा देने वाले ही दीर्घायु होकर जीवित रहते हैं । शास्त्रों में दक्षिणारहित यज्ञ को निष्फल बताया गया है । जिस वेदवेत्ता ने हवन …
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