जिस दिन साढ़े नाल रूस जाएगी तू माँ, अस्सी फेर की करांगे सानु दर ते न अपने बुलाएगी तू माँ, अस्सी फेर की करांगे मन्या अस्सी पापी गुनहगार बड़े हाँ,अस्सी कमजोर ते लाचार बड़े हाँ । साड़ियाँ तू भुल्ला न बख्शाएंगी नी माँ, अस्सी फेर की…. होंनगिया माए कदो आसा पूरियाँ, पै न जान साढ़े राह दूरिया । सानु हजे …
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