सोने का त्रिशूल कमंडल पित्तल दा कैसा सोहना रूप है भोले शंकर का मैं जब जब तुमको देखूं, तेरी जटो में गंगा साजे तेरी जटो में गंगा साजे वो बड़ी प्यारी लागे कमंडल पित्तल दा, कैसा सोहना रूप है भोले शंकर का सोने का त्रिशूल कमंडल पित्तल दा कैसा सोहना रूप है भोले शंकर का मैं जब जब तुमको देखूं, …
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शिव ॐ शिव ॐ कहिये तेरे लगदे नही रुपैये
शिव ॐ शिव ॐ कहिये तेरे लगदे नही रुपैये रब ने तैनू अखियाँ दिति तैनू वि दिति मेनू वि दिति दर्शन करदे रहिये तेरे लगदे नही रुपैये रब ने तैनू वाणी दिति तैनू वि दिति मेनू वि दिति भजन करदे रहिये तेरे लगदे नही रुपैये रब ने तैनू कन दिते तैनू वि दिते मेनू वि दिते सत्संग सुन्दे रहिये तेरे …
Read More »भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी वृन्दावन आ गए
इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी ब्रज में आ गए पार्वती भी मना के हारी ना माने त्रिपुरारी ब्रज में आ गए पार्वती से बोले मैं भी चलूँगा तेरे संग मैं राधा संग श्याम नाचे मैं भी नाचूँगा तेरे संग में रास रचेगा ब्रज मैं भारी हमे दिखादो प्यारी ओ मेरे भोले स्वामी, कैसे ले जाऊं …
Read More »जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी
जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी जय हो कैलाश पति जय त्रिपुरारी दुखियो के तूने है काज सवाँरे जो भी है आया भगवन तेरे द्वारे कर दिया कल्याण पिता कल्याण कारी जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी तेरी जटाओ मैं गंगा का पानी गंगा के पानी मैं शक्ति रूहानी मस्तक का चंद्रमा पीड़ा हरे सारी जय हो भोलेनाथ जय हो …
Read More »गले में नागो की माला जट्टो में गंगा जी की धारा महादेवा
गले में नागो की माला जट्टो में गंगा जी की धारा महादेवा भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, दिल करता है जल मैं चडाऊ, जल लेने को नदियों में जाऊ नदिया देने को तेयार मछली करती है इनकार महादेवा भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, दिल करता है …
Read More »झूठी दुनिया से मन को हटाले
झूठी दुनिया से मन को हटाले ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले नसीबा तेरा जाग जाएगा, नसीबा तेरा जाग जाएगा. झूठे संसार का तो चलना अनोखा है पग पग मिले यहाँ धोखा ही धोखा है भोले बाबा को तू अपना बना ले माल तेरे पास है तोह माल तेरा खायेंगे हुआ जो ख़तम तोह नजर नही आयेंगे डमरू वाले …
Read More »चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए हाथ में गंगा जल गडवा शिव को चड़ने के लिए बैठ गया शिवलिंग के आगे, करने लगा अस्तुतीयाँ हाथ जब ऊपर उठाया, घंटा बजाने के लिए देख कर सोने का घंटा, पाप मन में आ गया हो गया तैयार वह तो घंटा चुराने के लिए चढ़ गया शिवलिंग के ऊपर …
Read More »भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए सखी एक बोली मैया बाहर पधारो आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए भरी थार कंचन को मैया सिधारी नमन करीके मैया वचन उचारी आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी भभूती रमाये …
Read More »कल्पतरु पुन्यातामा
कल्पतरु पुन्यातामा, प्रेम सुधा शिव नाम हितकारक संजीवनी, शिव चिंतन अविराम पतित पावन जैसे मधु शिव रस नाम का घोल भक्ति के हंसा ही चुगे मोती ये अनमोल जैसे तनिक सुहाग सोने को चमकाए शिव सिमरन से आत्मा उज्जवल होती जाए जैसे चन्दन वृक्ष को डसते नहीं है साँप शिव भक्तों के चोले को कभी न लगे दाग ॐ नमः …
Read More »जय जय अमरनाथ
नाथां दा तूं नाथ कहवे, अमरनाथ विच्च डेरे, नाम तेरे दा चानण बन के मिटदे घूप हनेरे। श्याम सवेरे शंकर तेरा करदा रहां मैं जाप, जय जय अमरनाथ, जय जय अमरनाथ॥ माँ शक्ति नू जित्थे बैह के आप ने कथा सुनाई, ओस जगह नू सजदे करदी फिरदी कुल लुकाई। सबना ते तूं करदे भोले खुशीआं दी बरसात, जय जय अमरनाथ, …
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