एक बार किसी गांव में महात्मा बुद्घ का सत्संग हुआ। सब इस होड़ में लग गए कि क्या भेंट करें?सुदास नाम का एक मोची था। उसने देखा कि मेरे घर के बाहर के तालाब में एक कमल खिला है। उसकी इच्छा हुई कि आज नगर में महात्मा बुद्घ आए हैं। सब लोग तो उधर ही गए हैं, तो आज यह …
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अभिमान अक्ल को खा जाता है🌷
एक घर के मुखिया को यह अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं चल सकता। उसकी छोटी सी दुकान थी। उससे जो आय होती थी, उसी से उसके परिवार का गुजारा चलता था। चूंकि कमाने वाला वह अकेला ही था इसलिए उसे लगता था कि उसके बगैर कुछ नहीं हो सकता।वह लोगों के सामने डींग हांका …
Read More »रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ
रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ । घनश्याम के चरणों में मै दर्शन करने आया हूँ ॥ टेक ॥ अंतरा भक्ति प्रभु की करता हुं मै गीत प्रभु के गाता हूँ । बेडा पार प्रभु से होता है तो मै गुण प्रभु के ही गाता हूँ ॥ राम नाम की महिमा का मै सत्संग सुनाने आया हूँ …
Read More »आओ मेरी सखियों, मुझे मेहंदी लगा दो
ऐसी वार को क्या वारू, जो जन्मे और मार जाए वरिय गिरिधर लाल को, चुदलियो अमर हो जाए आओ मेरी सखियों, मुझे मेहंदी लगा दो मेहंदी लगा दो मुझे, सुंदर सज़ा दो मुझे श्याम सुंदर की, दुल्हन बनाध्ो सत्संग मे मेरी भाट चलाई सतगुरु ने मेरी किन्हीरे सगाई उनको बुलके हतलेवा तो कर्वदा || मुझे श्याम|| ऐसी पहनो छुरी …
Read More »भगवान को आपके धन की कोई आवश्यकता नहीं
एक सेठ के पास एक व्यक्ति काम करता था । सेठ उस व्यक्ति पर बहुत विश्वास करता था जो भी जरुरी काम हो वह सेठ हमेशा उसी व्यक्ति से कहता था। . 🔹 वो व्यक्ति भगवान का बहुत बड़ा भक्त था वह सदा भगवान के चिंतन भजन कीर्तन स्मरण सत्संग आदि का लाभ लेता रहता था । . 🔸 एक दिन उस वक्त ने …
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