मोहन की रहस्यमय जीवन की रोमांचक यात्रा का अन्वेषण करें, जो एक शांत और रहस्यमय व्यक्ति है। उसके जीवन के जटिलताओं और किए गए गहरे निर्णयों का पर्दाफाश करें। मानव अस्तित्व की गहराईयों में घुमकर देखें, जहां किसी को समझना अनुमानों से परे जाता है,
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अभिमान अक्ल को खा जाता है🌷
एक घर के मुखिया को यह अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं चल सकता। उसकी छोटी सी दुकान थी। उससे जो आय होती थी, उसी से उसके परिवार का गुजारा चलता था। चूंकि कमाने वाला वह अकेला ही था इसलिए उसे लगता था कि उसके बगैर कुछ नहीं हो सकता।वह लोगों के सामने डींग हांका …
Read More »बंटवारा नहीं होगा
दो भाई थे । अचानक एक दिन पिता चल बसे । भाइयों में बंटवारे की बात चली-”यह तू ले, वह मैं लूं, वह मैं लूंगा, यह तू ले ले ।” आए दिन दोनों बैठे सूची बनाते, पर ऐसी सूची न बना सके, जो दोनों को ठीक लगे । जैसे-तैसे बंटवारे का मामला सुलझने लगा, तो एक खरल पर आकर उलझ …
Read More »एक चुटकी ईमानदारी
रामू काका अपनी ईमानदारी और नेक स्वाभाव के लिए पूरे गाँव में प्रसिद्द थे। एक बार उन्होंने अपने कुछ मित्रों को खाने पर आमंत्रित किया। वे अक्सर इस तरह इकठ्ठा हुआ करते और साथ मिलकर अपनी पसंद का भोजन बनाते। आज भी सभी मित्र बड़े उत्साह से एक दुसरे से मिले और बातों का दौर चलने लगा। जब बात खाने …
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