विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में कलाकारों का बड़ा सम्मान था। उनके दरबार में संगीतकारों, गीतकारों, कवियों और नर्तकों का तांता लगा रहता था। वो सभी दरबार में अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते थे और इसके बदले उन्हें पुरस्कार दिया जाता था। महाराज किसी भी कलाकार को कोई भी पुरस्कार या धन राशि देने से पहले तेनालीराम से …
Read More »
Tag Archives:
तेनालीराम और लाल मोर की हिंदी कहानी
तेनालीराम और मटके की कहानी!!
एक बार की बात है, किसी कारण से महाराज कृष्णदेव राय तेनालीराम से नाराज हो गए थे। वे उनसे इतना नाराज हो गए थे कि उन्होंने कहा, “पंडित तेनालीरामा, अब आप हमें अपनी शक्ल नहीं दिखाएंगे और अगर आपने हमारे आदेश का पालन नहीं किया, तो हम आपको कोड़े मारने का आदेश देंगे।” महाराज की यह बात सुनकर तेनालीराम वहां …
Read More »तेनालीराम और लाल मोर की कहानी!!
विजयनगर राज्य के राजा थे कृष्णदेव राय, जिन्हें पशु-पक्षियों के साथ-साथ अद्भुत और अनोखी चीजों का भी बहुत शौक था। यही कारण था कि मंत्रियों से लेकर दरबारी, हमेशा अनोखी चीजों की खोज में लगे रहते थे। वे उन अनोखी चीजों को देकर न सिर्फ महाराज को खुश करना चाहते थे, बल्कि उनसे उपहार और पैसे ऐंठना भी उनका मकसद …
Read More »तेनालीराम की कहानी: तेनालीराम और सोने के आम!!
विजय नगर साम्राज्य के राजा कृष्ण देव की मां अधिक उम्र हो जाने के कारण अक्सर बीमारे रहने लगी थी। राजा ने उनके उपचार के लिए कई वैद्य बुलाए। उनका सफल उपचार कराने की लाख कोशिश की, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार आने की जगह उनकी मां की सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती चली गई। जब उनकी मां को महसूस हुआ कि अब …
Read More »