आजा रे मेरे सांवरे सांवरे सलोने गिरधारीमथुरा ढूंडा वृंदा ढूंडा दूँडी वो कुल यारीआजा रे मेरे सांवरे सांवरे सलोने गिरधारी…… तुझ बिन सुनी ब्रिज की गलिय फीकी फीकीसब रंग रलिया हे ब्रिज वासी तेरी दाती ढूंड ढूंड खत हारी,आजा रे मेरे सांवरे सांवरे सलोने गिरधारी…… दर्श को अखिया तरस रही है सावन बादो बरस रही है,हे गिरधारी कृष्ण मुरारी सुन …
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