जाई- जाई पित्त्रजी महाराज, मई तो शरण पदयो हू तारी, शरण पदयो हू तारी देव, राखियो लाज हुमारी, जाई- जाई पित्त्रजी महाराज, मई तो शरण पदयो हू तारी, जाई- जाई पित्टरानी महारानी, मई तो शरण पदयो हू तारी, आप ही रक्च्छक, आप ही दाता, आप ही खेवनहारे, आप ही रक्च्छक, …
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