विमलनाथ जी जैन धर्म के तेरहवें तीर्थंकर हैं। प्रभु विमलनाथ जी का जन्म माघ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को भाद्रपद नक्षत्र में कम्पिला में हुआ। विमलनाथ जी के शरीर का रंग सुवर्ण (सुनहरा) और चिह्न शूकर था। विमलनाथ जी का जीवन परिचय (Life of Jain Tirthankar Vimalnath Ji) कालक्रम के अनुसार विमलनाथ जी ने राजपद का दायित्व भी …
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गौतम बुद्ध
बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध थे। एक राज परिवार में जन्मे राजकुमार सिदार्थ से लेकर भगवान बुद्ध बनने तक सफर बेहद रोचक रहा। गौतम बुद्ध बौद्ध लुम्बावनी के राजा शुद्धोधन और रानी महामाया के पुत्र थे। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। आत्म ज्ञान की प्राप्ति के बाद इन्हें महात्मा गौतम बुद्ध के नाम से जाना जाने लगा। माना …
Read More »जानिए बौद्ध धर्म को
वैशाख की पूरे चाँद की रात थी जब बोध गया में एक पेड़ के नीचे ध्यान लगा के बैठे सिद्धार्थ ने परम को जाना। महज़ 35 साल की उम्र में वे बुद्ध बन गए। यह घटना ईसा के 528 साल पहले की बताई जाती है। महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद 4 सप्ताह तक बोधिवृक्ष (जिस वृक्ष के नीचे …
Read More »जानिए ईसाई धर्म को (Know Christianity)
ईसाई धर्म (Christianity) दुनिया में सबसे अधिक माने जाना वाला धर्म है। ईसा मसीह के कथनों पर अमल करने वाले इस धर्म का इतिहास रोचक घटनाओं और प्रेरक संदेशों से भरा है। अपने वर्चस्व के लिए इस धर्म ने कई यातनाएं सही और आज दुनिया के सबसे अधिक माने जाने वाले धर्मों में से एक बना है। मानवता को सर्वोच्च …
Read More »श्री शिवा चालीसा
सावन मास में शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दुखों को भूला कर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। || चौपाई || अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार। बंदौं शिव-पद-युग-कमल अमल अतीव उदार॥ आर्तिहरण सुखकरण शुभ भक्ति -मुक्ति -दातार। करौ अनुग्रह दीन लखि अपनो विरद विचार॥ …
Read More »जप साधना
मनोमय कोश स्थिति एवं एकाग्रता के लिए जप का साधन बड़ा ही उपयोगी है। इसकी उपयोगिता इससे निर्विवाद है कि सभी धर्म, मजहब, सम्प्रदाय इसकी आवश्यकता को स्वीकार करते हैं। जप करने से मन की प्रवृत्तियों को एक ही दिशा में लगा देना सरल हो जाता है। कहते हैं कि एक बार एक मनुष्य ने किसी भूत को सिद्ध कर …
Read More »भक्तो के प्यारे दुनिया के सहारे
भक्तो के प्यारे, दुनिया के सहारे, जो सब के काम सवारे, दुखियो के कष्ट निवारे, वो साईं नाथ है, हर जगह मेरे साथ है | पत्थर जो छू ले बाबा, सोना कर देते हैं | रोगीओ के रोग सारे, आप हर लेते हैं || जो डूब रहा है मझदारे, वो मुख से साईं पुकारे, उसे आप लगते पार हैं, वो …
Read More »भगवान् का स्वभाव है कि जो उनको जैसे भजता है, वे भी उसको वैसे ही भजते हैं
शबरी भगवान् की परम भक्त थी । पहले वह ‘शबर’ जाति की एक भोली-भाली लड़की थी । शबर-जाति के लोग कुरूप होते थे । परन्तु शबरी इतनी कुरूप थी कि शबर-जाति के लोग भी उसको स्वीकार नहीं करते थे ! माँ-बाप को बड़ी चिन्ता होने लगी कि लड़की का विवाह कहाँ करें ! ढूँढ़ते-ढूँढ़ते आखिर उनको शबर-जाति का लड़का मिल …
Read More »मेरे बन जाते सब काम जब लेता हूं तेरा नाम
शेयर :-जब भी मैं किसी काम में नाकाम हो गया …, लेते ही तेरा नाम, मेरा काम हो गया…, मेरे बन जाते सब काम, जब लेता हूं तेरा नाम…, साई राम !, साई शयाम ! कोई जीवन में संकट आया, मैने तुझको पाया साथ खड़े, मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहा, सब काम हुए छोटे या बड़े, मेरी जब …
Read More »सेठ जी की परीक्षा
बनारस में एक बड़े धनवान सेठ रहते थे। वह विष्णु भगवान् के परम भक्त थे और हमेशा सच बोला करते थे । एक बार जब भगवान् सेठ जी की प्रशंशा कर रहे थे तभी माँ लक्ष्मी ने कहा , ” स्वामी , आप इस सेठ की इतनी प्रशंशा किया करते हैं , क्यों न आज उसकी परीक्षा ली जाए और …
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