आसरो बालाजी म्हणे थारो, थे कस्ट निवारो , पधारो माहरे आगणिए पधारो, थारी मैं बुलावा जय जय कार, थारी मैं बुलावा जय जय कार, सालासर में सज्यो है दरबार अंजनी का लाला दुखिआरा दातार थाने जो धेआवे करेदो बेडा पार काटदो धन्नेओ दुःख महारो, कस्ट निवारो , पधारो माहरे आगणिए पधारो थारी मैं बुलावा जय जय कार, साधेया हो थे …
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