वैशाख की पूरे चाँद की रात थी जब बोध गया में एक पेड़ के नीचे ध्यान लगा के बैठे सिद्धार्थ ने परम को जाना। महज़ 35 साल की उम्र में वे बुद्ध बन गए। यह घटना ईसा के 528 साल पहले की बताई जाती है। महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद 4 सप्ताह तक बोधिवृक्ष (जिस वृक्ष के नीचे …
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कुण्डलपर में बधाई के नगरी में वीर जन्मे
बजे कुण्डलपर में बधाई, बजे कुण्डलपर में बधाई, बजे कुण्डलपर में बधाई, के नगरी में वीर जन्मे, के नगरी में वीर जन्मे, महावीर जी जागे भाग हैं त्रिशला माँ के, जागे भाग हैं त्रिशला माँ के, के त्रिभवन के नाथ जन्मे,के त्रिभवन के नाथ जन्मे, महावीर जी हो… शुभ घडी जनम की आई, हो… शुभ घडी जनम की आई, हो… …
Read More »मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में तुम तो रहती हो ऊँचे पहाड़ों में जब तेरा बुलावा आता है मन पंछी बन उड़ जाता है जाने कैसा जादू भरा, इन पहाड़ों में मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में यह तो कटरा है, हम यहाँ आये हैं अर्जी हमने माँ को लगा दी है मैया दिल मेरा खो …
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