जब आंख खुली तो अम्मा की गोदी का एक सहारा था उसका नन्हा सा आंचल मुझको भूमण्डल से प्यारा था उसके चेहरे की झलक देख चेहरा फूलों सा खिलता था उसके स्तन की एक बूंद से मुझको जीवन मिलता था हाथों से बालों को नोंचा पैरों से खूब प्रहार किया फिर भी उस मां ने पुचकारा हमको जी भर …
Read More »Tag Archives: desire
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला । अब तो मनो कामना है यह मेरी, जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला ॥ कहीं और क्यूँ ढूँढने तुझ को जाऊं, प्रभु मन के भीतर ही मैं तुझ को पाऊं । यह मन का शिवाला हो सब से निराला, जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला …
Read More »